बुंदेलखंड के लोकेशन पर दूसरे राज्यो के फिल्म डायरेक्टरों का कब्जा
छतरपुर - बुंदेलखंड के नेताओ का दिमाग सिर्फ बालू में है अगर नहीं तो फिर बुंदेलखंड के कलाकारों पर ध्यान क्यों नहीं हर क्षेत्रीय भाषा का अपना खुद का सेटेलाइट चैनल है जैसे भोजपुरियों के लिए भोजपुरी चेन्नल मराठीओ के लिए मराठी चैनल उड़िया के लिए उड़िया चैनल बंगाली चैनल लेकिन हमारे बुंदेलखंडी प्रतिभा के लिए अपना कोई बुन्देली सेटेलाइट चैनल कई साल बीतने के बाद भी नहीं आखिर बुन्देली लोग अपना टैलेंट दिखाए तो दिखाए कहां...? इसलिए बुंदेलखंड अपनी विरासत को दूसरे अंचलों की तुलना में खोता जा रहा है ! अब जरूरत है तो बुंदेलखंड को देश और दुनिया के पटल पर लाने की पहचान दिलाने के उद्देश्य से यहां के जनप्रतिनिधियों को काम करना होगा